Thursday, October 9, 2025

पंजाब में 14 साल की बच्ची से रेप पर बवाल, SHO बोला- लाओ मैं चेक करता हूं रेप हैं या...

 नाबालिग लड़की के साथ हुए दुष्कर्म के मामले में थाना फिल्लौर के एस.एच.ओ. भूषण कुमार को लाइन हाजिर कर दिया गया है। आरोप है कि उन्होंने पीड़िता की मां से कहा कि वे खुद 'चेक' करके बता देंगे कि उनकी बेटी के साथ दुष्कर्म हुआ है या नहीं।

इतना ही नहीं, एस.एच.ओ. ने पीड़िता की मां को अपने सरकारी आवास पर बुलाने के लिए दबाव बनाने का भी प्रयास किया। बार-बार कॉल आने के बाद पीड़िता के पति को पूरी बात पता चली, और इसके बाद बुधवार को पीड़ित परिवार ने खुलकर शिकायत दर्ज करवाई।

क्या है मामला फिल्लौर के नजदीकी गांव की रहने वाली महिला ने पत्रकार सम्मेलन में बताया कि उनके घर का नल खराब होने के कारण उनकी 14 वर्षीय बेटी पड़ोस के घर नहाने गई थी। पड़ोस में रहने वाले लड़के ने मौका पाकर वीडियो बना लिया और बाद में बेटी को ब्लैकमेल करने लगा। 23 अगस्त की रात, जब बेटी घर में अकेली सो रही थी, तो मां और पिता को उसकी चिल्लाने की आवाजें सुनाई दीं। वे तुरंत नीचे दौड़े और बेटी के कमरे में पड़ोसी लड़के को रंगे हाथों पकड़ लिया। पूरे मुहल्ले में यह घटना चर्चा का विषय बन गई और पूर्व सरपंच भी मौके पर पहुंचे। आरोपी लड़के का परिवार घटना के अगले दिन आया और गलती मानते हुए कहा कि उनकी बेटी की उम्र 18 वर्ष है और पीड़िता की 14 वर्ष। उन्होंने कहा कि चार वर्ष बाद दोनों की शादी करवा देंगे, लेकिन पीड़िता के परिवार ने इन प्रस्तावों को इंकार कर दिया

पुलिस कार्रवाई और विवाद पीड़िता के माता-पिता ने आरोपी के खिलाफ कई बार पुलिस थाने का रुख किया, लेकिन इंसाफ नहीं मिला। उल्टा, एस.एच.ओ. भूषण कुमार बार-बार मां को अकेले मिलने के लिए बुलाने की कोशिश करते रहे। इस पर लोक इंसाफ मंच के प्रधानों, कामरेड जरनैल और राम जी दास ने मामला एस.एस.पी. जालंधर के संज्ञान में लाया। एस.एस.पी. ने मामले की जांच के आदेश दिए और थाना फिल्लौर के एस.एच.ओ. भूषण कुमार को लाइन हाजिर कर दिया। एस.एच.ओ. भूषण कुमार ने अपने पक्ष में कहा कि उन्होंने केवल जांच में महिला को शामिल करने के लिए कॉल की थी और उनके ऊपर लगाए गए अन्य आरोप बेबुनियाद हैं। जांच के बाद पुलिस ने आरोपी लड़के के खिलाफ बलात्कार का मुकद्दमा दर्ज किया और उसे पुलिस रिमांड पर लिया।

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