नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश पर हुए हमले को लेकर भीम आर्मी संस्थापक और सांसद चंद्रशेखर आज़ाद ने कड़ा बयान दिया है।
आज लाइव आकर उन्होंने कहा —
“देश को आज़ाद हुए 75 साल से ज्यादा हो गए, लेकिन आज भी समाज के कई तबके अपनी सोच नहीं बदल पाए। कितने ही ऐसे पिछड़े वर्ग के लेखक, कथाकार और बुद्धिजीवी हैं जिन्हें अपमानित किया गया, मारा-पीटा गया, मंदिरों से निकाला गया। यह सब इस बात का प्रमाण है कि लोग अब तक अपने अंदर इंसानियत और मानवता नहीं ला पाए हैं।”
चंद्रशेखर आज़ाद ने कहा कि समाज में फैली जातिवादी मानसिकता ही ऐसी घटनाओं की जड़ है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे संविधान, समानता और मानवता के रास्ते पर चलें ताकि देश में सच्चे लोकतंत्र और न्याय की स्थापना हो सके।
चंद्रशेखर आज़ाद का संदेश
> “हमने देश की आज़ादी तो पा ली, लेकिन इंसानियत की आज़ादी अभी बाकी है। जब तक हर नागरिक को बराबरी और सम्मान नहीं मिलेगा, तब तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा।”
🔹 मुख्य बातें:
सुप्रीम कोर्ट के जज पर हमले की निंदा
समाज में व्याप्त जातिवाद पर तीखी टिप्पणी
पिछड़े वर्ग के लेखकों और बुद्धिजीवियों के अपमान का जिक्र
मानवता और संविधान के प्रति निष्ठा की अपील
No comments:
Post a Comment